आज के समय में लोगो के लिए नींबू का क्या महत्व है, लोगो को जरूर जानना चाहिए। Nimbu Ke Fayde

निम्बू का महत्व (Nimbu Ke Fayde)

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आज के समय में निम्बू आम लोगो के लिए बहुत ही उपयोगी Lemon Benefits हो गई है।  हमारे जीवन में बहुत सारे निम्बू महत्व है। बहुत सारे ऐसे बीमारी है जिसमे निम्बू बहुत फायदे करते है। निम्बू मनुष्यो के लिए किसी आयुर्वेदिक से कम नहीं है। आज के समय में निम्बू बहुत ही जयादा फायदेमंद साबित हो रहा है। आइये जानते है निम्बू के महत्व (Nimbu Ka Fayda) क्या है। 

निम्बू का महत्व (Nimbu Ke Fayde)

Lemon नींबू एक चमत्कारी और बहुत उपयोगी फल है। यह एक और बीमार आदमी को सारी बीमारियों को भगा देती है। दूसरी ओर स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में चुस्ती फुर्ती और ताजगी लाती है। कहा जाता है कि ईश्वर ने केवल नींबू को ऐसा बनाया है।

जो हर प्रकार के मर्ज को दूर कर सकता है । एक बार भगवान धन्वंतरी से भक्तों ने पूछा प्रभु इस संसार में करोड़ों फल फूल जड़ी बूटी आदि है। और प्रत्येक में कोई ना कोई गुण होती है। अब एक आम आदमी हरेक के गुण कहां तक याद रख पाएंगे।अत कृपा कर ऐसे किसी फल का नाम बताएं जो अकेला ही लोगो के शरीर से लेकर पैर तक के सभी रोगों को नष्ट कर सकता है।

निम्बू का महत्व 

भगवान धन्वंतरी ने कहा-नींबू वास्तव में सोर्य मर्ज की एक दवा है। यह अकेला है वात, पित्त,कफ, तीनों को सम रखता है । नींबू के प्रयोग कब्ज, गैस बनना, भूख न लगना, पेट में कीड़े, उल्टी आना, पेट दर्द, बुखार , जुकाम, खांसी, बबासीर, पथरी, ब्लड प्रेशर, दाद- खाज, डायबिटीज, मोटापा, हैजा, शरीर सूखना, खून का गंदा होना, आदि सभी सामान्य और असामान्य बीमारियां सिर पर पैर रखकर भागती है । यह शरीर के हर पुर्जे को ठीक रखता है ।पेट को ठीक रखता है और भूख बढ़ाता है। प्रत्येक व्यक्ति को इसका प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

नींबू विभिन्न नामों से जानी जाती है

Lemon नींबू पूरे देश में पाए जाने वाला अमृत फल है। अलग-अलग स्थानों पर इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। विभिन्न भाषाओं में नींबू के नाम इस प्रकार हैं। संस्कृत में निम्बू, जम्बीर, बीजपूरक,जन्तुघ्न,रोचनफळ, सुकेशर। हिंदी में निम्बू को निम्बू ही बोला जाता है। गुजरती में लिम्बु। मराठी लिम्बु, छामीर। और भी बहुत से नामो से जाना जाता है। 

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नींबू के विभिन्न प्रकार होती है। 

Lemon निम्बू के पेड़ लगभग पुरे भारत में पाए जाते है। इसके पेड़ झाड़ीनुमा कांटेदार होते है। इन पर छोटे छोटे सुगन्धित फूल आते है। इसके फल कंचे होने पर गहरे हरे और पकने पर पिले होते है। यो तो नंबू कई प्रकार के होते है। जिनका स्वरूप लगभग एक जैसा ही होता है। लेकिन इनके गुणों में थोड़ अंतर पाया जाता है। 

निम्बू के प्रमुख प्रकार इस प्रकार है। 

  • कागजी निम्बू 
  • बिजौरा निम्बू 
  • जंबीरी निम्बू 
  • चकोतरा या कन्ना निम्बू 
  • शरबती या मीठा निम्बू 

निम्बू में कौन सा तत्व पाए जाते है। 

Lemon निम्बू में प्रमुख रूप से विटामिन सी पाया जाता है। अतः दांत व् हडियो के लिए हितकारी है और स्कर्वी व् सुखंडी रोंगो में बहुत लाभकर होता है। इसके अतिरिक्त निम्बू में विटामिन ए विटामिन बी पोटेशियम, फास्फोरस, ताम्बा,आयरन, सोडियम, मैगनीशियम, कार्बोहाइड्रेट साइट्रिक एसिड तत्व पाया जाता है। इसी कारन यह प्रायः सभी रोंगो में हितकारी होता है। 

निम्बू के प्रयोग के समय में सावधानी जरूर बरते (Nimbu Ke Fayde)

यो तो निम्बू सदाबहार अमृतफल है लेकिन इसके प्रयोग के समय ये बातें धयान में रखे। 

  1. सदैव पीला यानि पका निम्बू प्रयोग करे – हरा नहीं 
  2. निम्बू का रास अकेला ( बिना कुछ मिलाये) कभी न पिए 
  3. एक गिलास पानी मेंएक चमच रास काफी होता है। निम्बू दहकता कम करने को इसमें चुटकीभर नमक अवशय मिला ले। 
  4. खली पेट निम्बू का रास लेना जयादा हितकारी है। 
  5. गर्मियों और बरसात के मौसम में निम्बू का भरपूर प्रयोग करे लेकिन सर्दियों में कम मात्रा में ही ले। 
  6. सुबह शाम निम्बू लेना ठीक है लेकिन दोपहर को भोजन के साथ न ले। हाँ शलाद में डालकर ले सकते है। 
  7. दाल सब्जी में निम्बू निचोड़ना गलत है क्योकि हमारे मुख में लार ग्रंथिया होती है जो लार छोड़ती है निम्बू की खटास के कारन लार ग्रंथियों कुछ देर को लार नहीं छोड़ पति और बिना लार मिला भोजन ढंग से पच नहीं पता है। 
  8. एक दिन में कम से कम एक निम्बू और ज्यादा से ज्यादा पांच निम्बू का इस्तेमाल कर सकते है। 
  9. कुछ ोग जयदा रास निकलने के लिए निम्बू को आग पर गरम करते है। ऐसा करना बुल्कुल गलत है। यदि किसी रोग के इलाज के लिए निम्बू का रास गरम करना पड़े तो बहुत मामूली गुनगुना करे। 
  10. निम्बू का हमेशा चीनी मिटी, कांच या स्टील बर्तनो में ही रखे। पीतल,लोहे,ताम्बे या काँसे या बर्तनो में कदापि न रखे और हां, पेट में घाव हो तो निम्बू कदापि न ले। 

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